Google Gemini

जेमिनी को खासतौर पर मल्टीमॉडल एआई के रूप में डिजाइन किया गया है, जिसका मतलब है कि यह न सिर्फ टेक्स्ट बल्कि इमेज, ऑडियो और वीडियो जैसी विभिन्न प्रकार की जानकारी को एक साथ समझ सकता है। गूगल जेमिनी का उपयोग शिक्षा, स्वास्थ्य, तकनीक और अन्य क्षेत्रों में किया जा रहा है ताकि इंसानों को अधिक स्मार्ट और तेज़ समाधान मिल सकें। यह गूगल के पहले के भाषा मॉडल जैसे Bard और PaLM का उन्नत संस्करण माना जाता है।

Living Root Bridges

इन पुलों की सबसे खास बात यह है कि ये समय के साथ मज़बूत होते जाते हैं, न कि कमजोर। कई पुल तो 100 साल से भी ज्यादा पुराने हैं और उनमें से कुछ की लंबाई 50 फीट से भी ज्यादा है। इन पुलों को देखना एक आश्चर्यजनक अनुभव है, क्योंकि यह इंसान और प्रकृति के बीच तालमेल का एक बेहतरीन उदाहरण है। हरियाली, बादलों से ढके जंगल, और लगातार गिरती बारिश के बीच इन जीवित पुलों की यात्रा किसी जादुई दुनिया में कदम रखने जैसी लगती है।

Happy Couple

कपल्स को खुलकर एक-दूसरे से अपनी इच्छाओं, पसंद-नापसंद और सीमाओं के बारे में बात करनी चाहिए ताकि दोनों का अनुभव सुखद और संतुलित हो। एक-दूसरे के शरीर को समझना, धीरे-धीरे फोरप्ले के ज़रिए भावनाओं को जगाना और माहौल को रोमांटिक बनाना (जैसे नरम रोशनी, सुगंधित मोमबत्तियाँ या संगीत) इंटिमेसी को बढ़ा सकता है। ताकि यह सिर्फ शारीरिक क्रिया न होकर भावनात्मक जुड़ाव भी बने। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है यही एक स्वस्थ और संतुष्ट यौन संबंध की नींव होती है।

दिल की दौलत – भाग -3:

दिल की दौलत भाग :1, भाग :2 अर्जुन और सिया की शादी को तीन साल हो चुके थे।दोनों के बीच प्यार था, भरोसा था, और एक प्यारा-सा बेटा भी — आरव।ज़िंदगी में सब कुछ ठीक चल रहा था। पर जैसा कहा जाता है —प्यार की असली परीक्षा तब होती है, जब हालात पलटते हैं। 🌙

दिल की दौलत – भाग 2:

दिल की दौलत – भाग 1: शादी के बाद सिया की ज़िंदगी एकदम बदल गई थी।जहाँ पहले उसका छोटा-सा घर था, अब सामने फैला हुआ था — कपूर मेंशन, जिसमें एक झलक में ही अमीरी और शानो-शौकत झलकती थी। अर्जुन ने सिया से कहा था — “अब ये सब तुम्हारा है, सिया।” लेकिन सिया के

दिल की दौलत | Dil ki dawlat | Part-1

शहर के बीचोंबीच एक विशाल बंगला था — “कपूर हाउस”।इस बंगले का मालिक था अर्जुन कपूर, जो न सिर्फ़ शहर के सबसे अमीर लोगों में से एक था, बल्कि एक नेक दिल इंसान भी था। उसके पास दौलत की कोई कमी नहीं थी — बड़ी-बड़ी कंपनियाँ, गाड़ियाँ, बंगले, और नाम था, “शहर का सबसे योग्य